उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ा रहे शिक्षक एक लम्बे समय से पदोन्नति का इंतजार कर रहे। पदोन्नति संबंधित आदेश मार्च 2023 से ही बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा समय-समय पर निकल जा रहे हैं परंतु उसे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। पहले गर्मी की छुट्टियां आदेशों में ही निकल गई और अब सर्दी की छुट्टियां भी आदेशों में निकल गई। लेकिन पदोन्नति का कहीं कोई अता-पता नहीं चला। यह अब शिक्षकों के लिए गूलर का फूल साबित हो रही है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी नियमों को बार-बार उलटते-पलटते रहते हैं व इतने जटिल नियम बना दिए हैं कि यह मामला बार-बार कोर्ट पहुंच जाता है। एक बार पुनः यह मामला कोर्ट में विचार अधीन है जिसकी टेट अनिवार्यता संबंधी सुनवाई 1 फरवरी 2024 को होनी है।