प्रदेश में कड़ाके की ठंड के चलते खुले विद्यालयों में बच्चे और शिक्षक दोनों ही गलन भरी सर्दी से परेशान है। एक तरफ शर्दी अपने चरम पर है और दूसरी तरफ बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी विद्यालय खोलकर बच्चों की उपस्थिति अधिक से अधिक करने को लेकर शिक्षकों पर दबाव बना रहे हैं। कुछ अधिकारियों ने तो आदेश जारी कर रखा है कि किसी भी दशा में छात्र उपस्थिति 70% से कम न होने पाए। ऐसे में शिक्षक और अभिभावक दोनों ही परेशान हैं।
वहीं मंगलवार को पीलीभीत के बरहा के कंपोजिट विद्यालय में एक छात्रा निशा को अचानक सर्दी लगी और वह गश खाकर बेसुध हो गई। वहां मौजूद शिक्षकों ने आनन-फानन में अलाव जलाया और बच्ची के हाथ-पांव को गर्म करने का प्रयास कर अभिभावकों को जानकारी दी। बाद में छात्रा को होश आ गया। पूरे प्रकरण का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने पर राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार ने डीएम से वार्ता कर आवश्यक निर्देश दिए। इसके बाद डीएम के निर्देश पर भीषण ठंड, शीतलहर और कोहरे के चलते जिलेभर के कक्षा एक से 12वीं तक के सभी परिषदीय स्कूलों, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों, राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त व सभी बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों में 24, 25, 27 व 28 जनवरी का अवकाश घोषित किया गया। निर्देशानुसार यह अवकाश सिर्फ बच्चों के लिए होगा। डीआईओएस गिरजेश कुमार चौधरी ने बताया कि शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और अन्य कर्मचारी स्कूल में उपस्थित रहकर अन्य प्रशासकीय कार्यों को करेंगे। प्री बोर्ड परीक्षाएं, बोर्ड प्रैक्टिकल पूर्व निधारित समय सारिणी पर किए जाएंगे। मंगलवार को परिषदीय और माध्यमिक समेत अन्य स्कूलों में बच्चे काफी समय बाद उपस्थित हुए। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि सर्दी में एहतियात जरूरी है। 28 तक अवकाश घोषित किया गया है।